10th Class Hindi ( ହିନ୍ଦୀ ) - Poem-Chapter 1(d) रहीम के दोहे All Question With Answer
↓ Question & Answer ↓
1. निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर दो-तीन वाक्यों में दीजिए:
(ନିମ୍ନଲିଖତ୍ ପ୍ରକ୍ଷ୍ନୌ କେ ଉତ୍ତର୍ ଦୋ-ତୀନ୍ ୱାର୍କୋ ମେଁ ଦୀଜିଏ : )
(ନିମ୍ନଲିଖ ପ୍ରଶ୍ନଗୁଡ଼ିକର ଉତ୍ତର ଦୁଇ-ତିନୋଟି ବାକ୍ୟରେ ଦିଅ ।)
क) तरुवर और सरवर क्या करते हैं?
(ତରୁୱର୍ ଔର୍ ସର୍ବର୍ କ୍ୟା କର୍ତେ ହେଁ ?)
उत्तर:
तरुवर और सरवर दोनों दूसरों का उपकार करते हैं। तरुवर अपने फल से दूसरों की भूख मिटाता है। सरवर अपने जल से दूसरों की प्यास बुझाता है। ये दोनों क्रमशः दूसरों के लिए फल और पानी की बचत करते हैं।
(ख) शिवि राजा ने क्यों मांस दान दिया?
(ଶିୱି ରାଜା ନେ କ୍ୟା ମାଂସ୍ ଦାନ୍ ଦିୟା ?)
उत्तर:
शिवि एक परोपकारी राजा थे। एक कबूतर की जान बचाने के बदले में राजा शिवि ने कबूतर के वजन के बराबर अपना मांस बाज पक्षी के माँगने पर दान में दिया।
(ग) छोटों की अवहेलना नहीं करनी चाहिए – क्यों?
(ଛୋଟୋ କୀ ଅହେଲନା ନହିଁ କର୍ନୀ ଚାହିଏ କୈ ?)
उत्तर:
छोटों की अवहेलना नहीं करनी चाहिए क्योंकि छोटे और बड़े दोनो का अलग-अलग महत्व होता है। इसके लिए कवि ने सुई और तलवार का उदाहरण दिया है। जो काम सुई कर सकती है वही काम तलवार नहीं कर सकती। इसलिए दोनों का आदर करना चाहिए।
(घ) ऋषि दधीचि ने किसलिए हाड़ या अस्थि दान दिया था?
(ଋଷି ଦଧୀଚି ନେ କିସ୍ଏ ହାଡ଼ ୟା`ଅସ୍ଥି ଦାନ ଦିୟା ଥା ?)
उत्तर:
ऋषि दधीचि ने संसार का उपकार करने के लिए और वृत्रासुर के आतंक से मनुष्य और देवताओं की रक्षा के लिए अपना अस्थि दान दिया था। क्योंकि दधीचि एक परोपकारी ऋषि थे। परोपकार के लिए उन्होंने आपना जीवन त्याग दिया था।
(ନିମ୍ନଲିଖ୍ ଅତରର୍ଡୋ କା ଆଶୟ ଦୋ-ତୀନ୍ ୱାର୍କୋ ମେଁ ସ୍ପଷ୍ଟ କୀଜିଏ ।)
(ନିମ୍ନଲିଖ୍ ଅବତରଣଗୁଡ଼ିକର ଆଶୟ ଦୁଇ-ତିନିଟି ବାକ୍ୟରେ ସ୍ପଷ୍ଟ କର ।)
(क) तरुवर फल नहिं खात है, सरवर पिय हिं न पान।
(ତରୁୱର୍ ଫଲ୍ ନହିଁ ଖାତ୍ ହୈ, ସର୍ବର୍ ପିୟ ହିଁ ନ ପାନ୍ ।)
उत्तर:
पेड़ कभी भी अपना फल नहीं खाता है। सरोवर कभी भी अपना जल नहीं पीता है। ये दोनों दूसरों के हित के लिए फल और पानी की बचत करते हैं। फल से दूसरों की भूख मिटती है और पानी से प्यास बुझती है।
(ख) जहाँ काम आवै सुई, कहा करैं तरवारि
(କାମ ଆ ସୁଈ, କହା କରି ତରୱାରି)
उत्तर:
कवि रहीम के अनुसार अगर बड़े लोग आपके मित्र हैं तो छोटे लोगों को छोड़ मत दीजिए। समाज में दोनों का अलग-अलग महत्व होता है। कवि सुई और तलवार का उदाहरण देकर कहा है कि जहाँ छोटी सी सुई काम कर सकती है वहाँ तलवार काम नहीं कर सकती।
(ग) मांस दियो शिवि भूप ने, दीन्हों हाड़ दधीचि।
(ମାଂସ୍ ଦିୟୋ ଶିୱି ଭୂପ୍ ନେ, ଦୀର୍ଣ୍ଣୋ ହାଡ଼ ଦଧୀଚି ।)
उत्तर:
शिवि राजा ने परोपकार के लिए अपना मांस अपरिचित बाज को दे दिया। ऋषि दधीचि ने देवताओं की मदद के लिए अपनी अस्थी दान में दे दिया। इसमें दोनों को किसी लाभ की आशा नहीं थी, केवल परोपकार की भावना थी।
(ନିମ୍ନଲିଖୂ ପ୍ରଶ୍ନୋ କେ ଉତ୍ତର୍ ଏକ୍-ଏକ୍ ବାକ୍ୟ ମେଁ ଦୀଜିଏ ।)
(ନିମ୍ନଲିଖ ପ୍ରଶ୍ନଗୁଡ଼ିକର ଉତ୍ତର ଗୋଟିଏ-ଗୋଟିଏ ବାକ୍ୟରେ ଦିଅ ।)
(क) तरुवर क्या नहीं खाता है?
(ତରୁୱର୍ କ୍ୟା ନହିଁ ଖାତା ହୈ ?)
उत्तर:
तरुवर फल नहीं खाता है।
(ख) सरवर क्या नहीं पीता है?
(ସର୍ୱର୍ କ୍ୟା ନହୀ ପୀତା ହୈ ?)
उत्तर:
सरवर पानी नहीं पीता है।
(ग) सुजान किसलिए संपत्ति का संचय करता है?
(ସୁଜାନ୍ କିସ୍ଏ ସଂପରି କା ସଂଚୟ କର୍ତା ହୈ ?)
उत्तर:
सुजान परोपकार के लिए संपत्ति का संचय करता है।
(घ) बड़े लोगो को देखकर लघु का क्या नहीं करना चाहिए?
(ବଡ଼େ ଲୋଗୋ କୋ ଦେଖ୍କର୍ ଲଘୁ କା କ୍ୟା ନହୀ କର୍ନା ଚାହିଏ ?)
उत्तर:
बड़े लोगों को देखकर छोटों की अवहेलना नहीं करनी चाहिए।
(ङ) सुई की जगह अगर तलवार मिलजाए तो काम होगा या नहीं?
(ସୁଈ କୀ ଜଗହ ଅଗର୍ ତଲୱାର୍ ମିଯାଏ ତୋ କାମ୍ ହୋଗା ୟା ନହୀଁ ?)
उत्तर:
सुई की जगह अगर तलवार मिल जाए तो काम नहीं होगा।
(च) परोपकार करते समय क्या जरुरी नहीं है?
(ପରୋପକାର୍ କର୍ତେ ସମୟ କ୍ୟା ଜରୁରୀ ନହୀ ହୈ ?)
उत्तर:
परोपकार करते समय मित्रता जरुरी नहीं है।
(छ) शिवि भूप ने क्या दान दिया था?
(ଶିଵି ଭୂପ୍ ନେ କ୍ୟା ଦାନ୍ ଦିୟା ଥା ?)
उ:
शिवि भूप ने मांस दान दिया था।
(ज) किसने अपनी हहड्डियों का दान दिया था?
(କୀସ୍ ଅପନୀ ହଙ୍ଗିର୍ଲୋ କା ଦାନ୍ ଦିୟା ଥା ?)
उत्तर:
ऋषि दधीचि ने अपनी हड्डियों का दान दिया था।
1. नीचे लिखे शब्दों के खड़ीबोली- रूप लिखिए:
(ନୀଚେ ଲିଖେ ଶହେଁ। କେ ଖଡ଼ୀବୋଲୀ-ରୂପ୍ ଲିଖିଏ: )
(ନିମ୍ନଲିଖ୍ ଶବ୍ଦଗୁଡ଼ିକର ଖଡ଼ୀବୋଲୀ ରୂପ ଲେଖ ।)
नहिं, सरवर, पिय, पान, तलवारि काज
उत्तर:
नहिं – नहीं
पिय – पी
तलवार – तलवार
सरवर – सरोवर
पान – पानी
काज – काम
2. निम्नलिखित शब्दों के विपरीत शब्द लिखिए:
(ନିମ୍ନଲିଖତ୍ ଶବ୍ଦା କେ ୱିପରୀତ୍ ଶବ୍ଦ ଲିଖିଏ : )
(ନିମ୍ନଲିଖ୍ ଶବ୍ଦଗୁଡ଼ିକର ବିପରୀତ ଶବ୍ଦ ଲେଖ : )
पर, हित, सुजान, बड़ा, लघु, उपकार
उत्तर:
पर – निज
सुजान – दुर्जन
लघु – गुरु
हित – अहित
बड़ा – छोटा
उपकार – अपकार
3. निम्नलिखित शब्दों के समानार्थक शब्द लिखिए:
(ନିମ୍ନଲିଖତ୍ ଶହେଁ। କେ ସମାନାର୍ଥକ୍ ଶବ୍ଦ ଲିଖିଏ : )
(ନିମ୍ନଲିଖତ ଶବ୍ଦଗୁଡ଼ିକର ସମାନାର୍ଥକ ଶବ୍ଦ ଲେଖ : )
सरवर, तरु, पान, संपत्ति, सुजान, लघु, तलवारि, भूप, यारी, हाड़
उत्तर:
सरवर – तालाब
पान – पानी/जल
सुजान – सज्जन
तलवारि – तलवार/असि
यारी – दोस्ती/मित्रता
तरू – वृक्ष/पेड़
संपत्ति – धन/दौलत
लघु – क्षुद्र/छोटा
भूप – राजा/सम्राट
हाड़ – अस्थि
4. निम्नलिखित शब्दों के लिंग निर्णय कीजिए:
(ନିମ୍ନଲିଖ୍ ଶବ୍ଦଗୁଡ଼ିକର ଲିଙ୍ଗ ନିର୍ଣ୍ଣୟ କର ।)
फल, संपत्ति, सुई, तलवार, मांस
उत्तर:
फल – पुंलिंग
संपत्ति – स्त्रीलिंग
सुई – स्त्रीलिंग
तलवार – स्त्रीलिंग
मांस – पुंलिंग
5. ‘को’ परसर्ग का प्रयोग करके पाँच वाक्य बनाइए।
(‘କୋ’ ପରସର୍ଗ କା ପ୍ରୟୋଗ୍ କର୍କେ ପାଞ୍ଚ୍ ବାକ୍ୟ ବନାଇଏ।)
(‘କୋ’ ପରସର୍ଗ ଲଗାଇ ପାଞ୍ଚଟି ବାକ୍ୟ ଗଠନ କର।)
जैसे – राम को किताब दो।
उत्तर:
1. मुझको जाने दो।
2. भिखारी को भिख दो।
3. अर्चना को किताब लाकर दो।
4. राकेश को कलम दो।
5. राम ने श्याम को पुस्तक दी।