10th Class Hindi ( ହିନ୍ଦୀ ) - Poem Chapter- 4 चाँद का झंगोला All Question With Answer

↓ Question & Answer ↓

निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर दो-तीन वाक्यों में दीजिए:
(ନିମ୍ନଲିଖୂ ପ୍ରଶ୍ନ କେ ଉତ୍ତର୍ ଦୋ-ତୀନ ୱାର୍କୋ ମେଁ ଦୀଜିଏ : )
(ନିମ୍ନଲିଖୂତ ପ୍ରଶ୍ନଗୁଡ଼ିକର ଉତ୍ତର ଦୁଇ-ତିନୋଟି ବାକ୍ୟରେ ଦିଅ : )

(क) एक दिन चाँद क्या हठ करने लगा?
(ଏକ ଦିନ୍ ଚୌଦ୍ କ୍ୟା ହଠ୍ କର୍‌ନେ ଲଗା ?)
उत्तर:
एक दिन चाँद अपनी माँ से हठ करने लगा कि माँ, मुझे ऊन का एक मोटा झिंगोला सिलवा दो। ठंड के कारण मुझे अपनी यात्रा पूरी करने में असुविधा होती है। मैं जाड़े से बचना चाहता हूँ।


(ख) बिना झिंगोले से चाँद को क्या कष्ट होता है?
(ବିନା ଝିଗୋଲେ ସେ ଚୌଦ୍ କୋ କ୍ୟା କଷ୍ଟ୍ ହୋତା ହୈ ?)

उत्तर:
बिना झिंगोले से चाँद को रात में सरदी से काँपना पड़ता है। ठिठुर ठिठुर कर उसे अपनी यात्रा पूरी करनी पड़ती है।


(ग) माँ जाड़े से नहीं, पर किससे डरती है?
(ମାଁ ଜାଡ଼େ ସେ ନର୍ଜୀ, ପର୍ କିସ୍‌ ଡର୍‌ତୀ ହୈ ?)

उत्तर:
माँ जाड़े से नहीं, लेकिन जादू-टोने से डरती है कारण बेटे की सुन्दरता पर मोहित होकर उसे कोई जादू-टोना न कर दे। इसलिए वह भगवान से अपने बेटे के कुशल क्षम चाहती है।


(घ) माँ चाँद के लिए झिंगोला क्यों नहीं बना पाती?
(ମାଁ ଚୌଦ୍ କେ ଲିଏ ଝିଗୋଲା କ୍ୟା ନହିଁ ବନା ପାତୀ ?)

उत्तर:
माँ चाँद के लिए झिंगोल नहीं बना पाती। क्योंकि वह चाँद को कभी भी एक ही नाप में देख नहीं पाती। क़भी चाँद एक ऊँगली चौड़ा हो जाता है तो कभी एक फूट मोटा। किसी दिन बड़ा हो जाता है तो किसी दिन छोटा।


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2. अर्थ स्पष्ट कीजिए: (ଅର୍ଥି ଲକ୍ଷ କର)

(क) हठ कर बैठा चाँद एक दिन माता से वह बोला, सिलवा दो माँ, मुझे ऊन का मोटा एक झिंगोला।
(ହଠ୍ କର୍ ବୈଠା ଚୌଦ୍ ଏକ୍ ଦିନ୍ ମାତା ସେ ୱହ ବୋଲା, ସିଲୱା ଦୋ ମାଁ, ମୁଝେ ଊନ୍ କା ମୋଟା ଏକ୍ ଝିଗୋଲା)।

उत्तर:
हठ कर बैठा ………………………. एक झिंगोला॥
एक दिन चाँद अपनी माँ से ऊन का एक मोटा झिंगोला सिलवा देने की जिद करता है।


(ख) बच्चे की सुन बात कहा, माता ने, “अरे सलोने!
कुशल करे भगवान, लगे मत, तुझको जादू-टोने।
ବଢେ କୀ ସୁନ୍ ବାତ୍ କହା, ମାତା ନେ, ‘ଅରେ ସଲୋନେ!
କୁଶଳ କରେ ଭଗବାନ୍, ଲଗେ ମତ, ତୁଝେ ଜାଦୁ-ଟୋନେ।

उत्तर:
बच्चे की सुन ……………… तुझपर जादू-टोना
बच्चे की हठ भरी बातें सुनकर माँ कहती है कि मेरे प्यारे बेटे! भगवान करें तुझे किसी की नजर न लगे। कोई तुझपर जादू-टोना न कर पाए।


(ग) कभी एक उँगल भर चौड़ा, कभी एक फुट मोटा,
बड़ा किसी दिन हो जाता है, और किसी दिन छोटा।
କଭୀ ଏକ୍ ଉଁଗଲ୍ ଭର୍ ଚୌଡ଼ା, କଭୀ ଏକ୍ ଫୁଟ୍ ମୋଟା,
ବଡ଼ା କିସୀ ଦିନ୍ ହୋ ଜାତା ହୈ, ଔର୍ କିସୀ ଦିନ୍ ଛୋଟା।

उत्तर:
कभी एक उँगल किसी ……………. दिन छोटा।
माँ चाँद से कहती है कि कभी तुम एक उँगली चौड़ा हो जाते हो तो एक फुट मोटा हो जाते हो। किसी दिन बड़ा हो जाते हो तो किसी दिन छोटा हो जाते हो।


(घ) अब तू ही यह बता, नाप तेरी किस रोज लिवाए,
सीदें एक झिंगोला जो, हर रोज बदन में आए ?”
ଅବ୍ ତୁ ହୀ ଯହ ବତା, ନାପ ତେରୀ କିସ୍ ରୋଜ୍ ଲିୱାଏ,
ସୀ ହେଁ ଏକ୍ ଝିଗୋଲା ଜୋ, ହର୍ ରୋଜ୍ ବଦନ୍ ମେଁ ଆଏ ?”

उत्तर:
बचे की सुन ………………… तुझको जादू-टोने
माँ चाँद से कहती है कि तू ही मुझे बता दे मैं तुम्हारे लिए किस नाप से एक झिंगोला सिलवा दूँ ताकि हर रोज तुम उसे पहन सको।


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3. निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर एक-एक वाक्य में दीजिए:
(ନିମ୍ନଲିଖତ୍ ପ୍ରକ୍ଷ୍ନୌ କେ ଉତ୍ତର ଏକ୍-ଏକ୍ ୱାକ୍ୟ ମେଁ ଦୀଜିଏ : )
(ନିମ୍ନଲିଖତ ପ୍ରଶ୍ନଗୁଡ଼ିକର ଉତ୍ତର ଗୋଟିଏ-ଗୋଟିଏ ବାକ୍ୟରେ ଦିଅ : )

(क) एक दिन चाँद ने माँ से क्या कहा?
(ଏକ୍ ଦିନ୍ ର୍ତାଦ୍ ନେ ମାଁ ସେ କ୍ୟା କହା ?)

उत्तर:
एक दनि चाँद ने माँ से कहा कि उसके लिए ऊन का एक मोटा सा झिंगोला सिला दे।


(ख) रात भर किस तरह की हवा चलती है।
(ରାଡ୍ ଭର୍ କିସ୍ ତରହ କୀ ହ ଚଲ୍‌ ହୈ ।)

उत्तर:
रात भर सन-सन हवा चलती है।


(ग) जोड़े में वह किस तरह मरता है?
(ଜୋଡ଼େ ମେଁ ୱହ କିସ୍ ତରହ ମର୍‌ତା ହୈ ?)

उत्तर:
जाड़े में वह सरदी से मरता है।


(घ) चाँद किस तरह यात्रा पूरी करता है?
(ଚୌଦ୍ କିସ୍ ତରହ ୟାତ୍ରା ପୂରୀ କର୍‌ତା ହୈ ?)

उत्तर:
चाँद ठिठुर-ठिठुरकर यात्रा पूरी करता है।


(ङ) यदि झिंगोला न मिले तो फिर चाँद क्या लेना चाहता है?
(ୟଦି ଝୋଗୋଲା ନ ମିଲେ ତୋ ଫିର୍ ଚୌଦ୍ କ୍ୟା ଲେନା ଚାହତା ହୈ ?)

उत्तर:
यदि झिंगोला न मिले तो फिर चाँद भाड़े में एक कुरता लेना चाहता है।


(च) चाँद कभी कभी माँ को कितना चौड़ा दिखाई देता है?
(ଚୌଦ୍ କଭୀ କଭୀ ମାଁ କୋ କିନା ଚୌଡ଼ା ଦିଖାଈ ଦେତା ହୈ ?)

उत्तर:
चाँद कभी कभी माँ को एक उँगल चौड़ा दिखाई देता है।


(छ) चाँद कितना मोटा दिखाई देता है?
(ର୍ବାଦ୍ କିନା ମୋଟା ଦିଖାଈ ଦେତା ହୈ ?)

उत्तर:
चाँद एक फूट मोटा दिखाई देता है।


(ज) ऐसा कौन सा दिन होता है जब चाँद बिलकुल नहीं दिखाई देता?
(ଐସା କୌନ୍ ସା ଦିନ୍ ହୋତା ହୈ ଜବ୍ ର୍ବାଦ୍ ବିଲକୁଲ୍ ନହୀ ଦିଖାଈ ଦେତା ?)

उत्तर:
अमावास्या की तिथि में चाँद बिलकुल नहीं दिखाई देता।


(झ) चाँद का झिंगोले के लिए नाप लेना क्यों संभव नहीं है?
(ଚୌଦ୍ କା ଲିଂଗୋଲେ କେ ଲିଏ ନାପ୍ ଲେନା କ୍ୟା ସଂଭ ନହିଁ ହୈ ?)

उत्तर:
चाँद कभी भी एक ही आकार में नहीं होता है। इसलिए चाँद के झिंगोले के लिए नाप लेना संभव नहीं।


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भाषा-ज्ञान (ଭାଷା-ଜ୍ଞାନ)

1. निम्नलिखित शब्दों के विपरीत/ विलोम शब्द लिखिए।
(ନିମ୍ନଲିଖ୍ ଶକେଁ କେ ବିପରୀତ/ବିଲୋମ୍ ଶବ୍ଦ ଲିଖିଏ ।)
(ନିମ୍ନଲିଖତ ଶବ୍ଦଗୁଡ଼ିକର ବିପରୀତ ବିଲୋମ ଶବ୍ଦ ଲେଖ ।)
कुशल, जाड़ा, ठीक, मोटा, घटता

उत्तर:
कुशल- अकुशल, जाड़ा- गरमी, ठीक-भूल, मोटा-पतला, घटता-बढ़ता


2. निम्नलिखित शब्दों के वचन बदलिए:
(ନିମ୍ନଲିଖ୍ ଶକେଁ କେ ବଚ୍ଚନ ବଦଲିଏ)
(ନିମ୍ନଲିଖତ ଶବ୍ଦଗୁଡ଼ିକର ବଚନ ପରିବର୍ତ୍ତନ କର : )
हवा, वह, माता, बच्चा, भाड़ा, बड़ा, बात, दिन, ह।

उत्तर:
हवा – हवाएँ
माता – माताएँ
वह – वे
बच्चा – बच्चे
भाड़ा – भाड़े
बड़ा – बड़े
बात – बातें
दिन – दिन
यह – ये


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