10th Class Hindi ( ହିନ୍ଦୀ ) - Prose Chapter 5 जननी जन्मभूमि All Question With Answer
↓ Question & Answer ↓
1. निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर लगभग दो-तीन वाक्यों में दीजिए:
(ନିମ୍ନଲିଖୂ ପ୍ରଶ୍ନୋ କେ ଉତ୍ତର୍ ଲଗ୍ଭଗ୍ ଦୋ-ତୀନ୍ ୱାର୍କୋ ମେଁ ଦୀଜିଏ : )
(ନିମ୍ନଲିଖତ ପ୍ରଶ୍ନଗୁଡ଼ିକର ଉତ୍ତର ପ୍ରାୟ ଦୁଇ-ତିନୋଟି ବାକ୍ୟରେ ଦିଅ : )
(क) इस दुनिया को विचित्र क्यों कहा जाएगा?
(ଇସ୍ ଦୁନିୟା କୋ ବିଚିତ୍ରା କ୍ୟା କହା ଜାଏଗା ?)
उत्तर:
इस दुनिया को विचित्र कहा गया है क्योंकि यहाँ बड़े-बड़े पहाड़ है। घने जंगल हैं। कलकल करती नदियाँ बहती है। झरने झरते हैं। सागर गरजते हैं। भाँति-भाँति के पेड़-पौधे, पशु-पक्षी, नर-नारी है। भले-बुरे सब है। जड़-चेतन चर-अचर सब है। यह विविधता का भंड़ार है।
(ख) दुनिया बदलती है, इसके क्या प्रमाण हैं?
(ଦୁନିୟା ବଦଲତୀ ହୈ, ଇସ୍ କ୍ୟା ପ୍ରମାଣ୍ ହୈ ?)
उत्तर:
यह दुनिया हर पल बदलती रहती हैं। ऋतुएँ बदलती हैं। मौसम कभी सुहावना होता है तो कभी डरावना, कभी जानलेवा, गर्मी तो कभी कड़ाके की सर्दी। कहाँ हरी भरी फसल नाचती है, वहाँ अकाल भी पड़ता है। आदमी कभी सुख-चैन से जीता है तो सभी दुःखी होता है। कहीं अमीरी है तो कहीं गरीबी। यह जिंदगी भी अजीब है। चार दिन की चाँदनी फिर अँधेरी रात।
(ग) कलिंगा : साहसिका :- ऐसा क्यों कहा गया है?
(କଳିଙ୍ଗାଃ ସାହସିକାଃ ଐସା କ୍ୟା କହା ଗୟା ହୈ ?)
उत्तर:
“कलिंगा : साहसिकाः – का अर्थ है कलिंग के लोग साहसी होते है। क्योंकि कलिंग के सौनिकों ने विशाल मगध सेना के दाँत खट्टे कर दिए। कलिंग के लोगों ने सम्राट अशोक का डटकर मुकावला किया। अपनी जानें दी, मगर जमीने नहीं दी। इन लोगों से प्रचंड अशोक भी घबरा गया। वह धर्माशोक बन गया।
(घ) धर्माशोक ने क्या किया?
(ଧର୍ମାଶୋକ ନେ କ୍ୟା କିୟା ?)
उत्तर:
अशोक कलिंग के सैनिकों के आगे घबरा गया। वह धर्माशोक बन गया। युद्ध छोड़ दिया तलवार फेंक दी। वे मानव-प्रेम और अहिंसा की नीति अपनाई। धौली के शिला लेख उसका बयान करते हैं।
(ङ) वीरत्व की कहानी आगे कैसे बढ़ी?
(ବୀରତ୍ଵ କୀ କହାନୀ ଆଗେ କୈସେ ବଢ଼ୀ ?)
उत्तर:
धौली के पहाड़ों पर जापानियों के हाथो बना नया बौद्धस्तूप उस गौरवशाली घटना की उदघोषणा करता है। वीरत्व की यह कहानी आगे बढती है। कलिंग सम्राट खारवेल मगध पर आक्रमण कर देते हैं। उसे पराजित करके कलिंग जिन को वापस ले जाते हैं। कलिंग के शौर्य की राह अमर कथा है।
(च) धउली के शिलालेख में क्या लिखा है?
(ଧଉଲୀ କେ ଶିଲାଲେଖ ମେଁ କ୍ୟା ଲିଖା ହୈ ?)
उत्तर:
धौली के शिलालेख में यह लिखा है कि कलिंग की सेना ने किस प्रकार सम्राट अशोक को युद्ध मे पराजित किया। दया नाम की नदी रक्त की धारा से लतपत हो गयी। इन लोगों के आगे प्रचंड़ अशोक भी घबरा गया । वह धर्माशोक बन गया। अशोक ने मानव – प्रेम और अहिंसा की नीति अपनाई।
(छ) ‘उत्कल’ का क्या अर्थ है?
(‘ଉତ୍କଲ’ କା କ୍ୟା ଅର୍ଥ ହୈ ?)
उत्तर:
उत्कल का अर्थ है ओड़िशा उत्कृष्ट कलाओं का देश हैं। कलाओं के क्षेत्र में ओड़िशा की एक अलग पहचान है। उत्कल के नाम से ओड़िशा को पूरी दुनिया में पहचाना जाता है।
(ज) ओड़िशा के मंदिर अजूबे क्यों हैं?
(ଓଡ଼ିଶା କେ ମନ୍ଦିର୍ ଅକୂବେ କେଁ ହେଁ ?)
उत्तर:
यहाँ ओड़िशा के भुवनेश्वर पुरी और कोणार्क के बड़े-बड़े मंदिर आज भी सिर उठाथे खड़े हैं। उन मंदिरों की भव्य और विशाल कला स्थापत्य से भरे छोटे-बड़े मंदिर सबको आकर्षित करते हैं। हजारों नारी मूर्तियों विभिन्न चेष्टाओं और भंगिमाओं से मुग्ध करनेवाली थे मूर्त्तियाँ। हाथी, घोड़े, पहिये, रत्नाकार मंदिर खूब विशाल और मनोहर होता है। नृत्य गाने के माहौल, द्वारपाल, दिक्पाल के पौरूष आदि ये सेब देशी-विदेशी पर्यटकों के लिए जादू के नमूने और अजूबे हैं।
(झ) ओड़िशा के बनिये क्या करते थे?
(ଓଡ଼ିଶା କେ ବନିୟେ କ୍ୟା କରତେ ଥେ ?)
उत्तर:
ओड़िशा के बनिए छोट बड़े नाबों में व्यापार करने के लिए सुदूर पूर्वी द्वीपों में जाते थे और धनरत्नों से नौकाएँ भर-भर कर अपने देश लौटते थे। वे न तूफान से डरते थे न गहरे सागर से।
(ञ) मधुसूदन ने क्या किया?
(ମଧୁସୂଦନ ନେ କ୍ୟା କିୟା ?)
उत्तर:
मधुसूदन का दिल ओड़िशा वासियों को देखकर भर आया। उन्होंने यहाँ के लोगों को जमाया। बोले – है उत्कल के सपूतों, उठो जागो। अपने पूराने गौरव को याद करो। तुम्हारे पूर्वजों ने गंगा से गोदावरी तक अपना राज्य फैलाया था। बह टूटकर बिखर गया। तुम दाने दाने के मोहताज हो गए। अब तो उठो करो या मरो।
(ट) मधुबाबू की पुकार सुनकर क्या हुआ?
(ମଧୁବାବୁ କୀ ପୁକାର୍ ସୁକର୍ କ୍ୟା ହୁଆ ?)
उत्तर:
मधुबाबू की पुकार सुनकर अप्रैल 1936 को स्वतंत्र ओड़िशा प्रेदश बना। नव निर्माण का बीड़ा उठाया।
(ठ) ओड़िशा ने कैसे प्रगति की?
(ଓଡ଼ିଶା ନେ କୈସେ ପ୍ରଗତି କୀ ?)
उत्तर:
मधुसूदन ने ओड़िशा के नवनिर्माण का बीड़ा उठाया। उत्कल विश्वविद्यालय स्थापित हुआ। अनेक स्कूल-कालेज खुले नई और नकनीकी शिक्षा का इंतजाम हुआ। इंजीनियरिंग और मेड़िकल कॉलेज खुले। हीराकुद बाँध बना। राउरकेला से लौहे का उत्पादन होने लगा। सुनाबेड़ा में हवाई जहाज बनने लगे। पाराद्वीप बंदरगाह ने नौवाणिज्य को बढ़ावा दिया। चाँदीपुर और बड़माल में देश के लिए आधुनिक रक्षा सामग्री बनने लगी।
(ड) ओड़िशा आज पीछे नहीं है, क्या प्रमाण है?
(ଓଡ଼ିଶା ଆଜ ପୀଛେ ନହୀ ହୈ, କ୍ୟା ପ୍ରମାଣ ହୈ ?)
उत्तर:
ओड़िशा आज किसी चीज में पीछे नहीं हैं। ओड़िशा में आज कई विश्वविद्यालय, इंजीनियरिंग और मेडिकल कॉलेज खुले, राउरकेला में लौहा इस्पात कारखाना खुला। सुनाबेड़ा में हवाई जहाज कारखाना और पाराद्वीप में नौवाणिज्य को बढ़ावा दिया। इसफा, नालको, जिंदल और वेदांत जैसी कंपनियाँ खुल गयी। चाँदीपुर और वडभाल मे देश के लिए आधुनिक रक्षा सामग्री बनने लगी।
(ढ) आजकल क्या-क्या नए उद्योग हो रहे हैं?
(ଆଜକଲ୍ କ୍ୟା-କ୍ୟା ନଏ ଉଦ୍ୟୋଗ୍ ହୋ ରହେ ହେଁ ?)
उत्तर:
आजकल ओड़िशा में इमफा, नालको, जिंदल और वेदांत जैसे बड़ी-बड़ी कंपनियों खुल गयी। राउरकेला में लोहा इस्पात कारखाना खुल गया। सुनाबेड़ा में हवाई जहाज बनने लगे। पाराद्वीप में बंदरगाह बन गया। चाँदिपुर और बड़माल में देश के लिए आधुनिक रक्षा सामग्री बनने लगी।
(क) संसार निराला क्यों है?
(ସଂସାର ନିରାଲା କୈ ହୈ ?)
उत्तर:
यह संसार हर पल बदलता है। यह विविधता का भंडार है। इसलिए संसार निराला है।
(ख) संसार बदलता है, इसके क्या प्रमाण हैं?
( ସଂସାର ବଦଲତା ହୈ, ଇସ୍ କ୍ୟା ପ୍ରମାଣ ହେଁ ?)
उत्तर:
संसार बदलता है इसके प्रमाण हैं मौसम का बदलना, दिन और रात का परिवर्तन होना आदि।
(ग) आदमी के जीवन का क्या इतिहास है?
(ଆଦମୀ କେ ଜୀୱନ୍ କା କ୍ୟା ଇତିହାସ ହୈ ?)
उत्तर:
आदमी के जीवन का इतिहास है अदम्य जिज्ञासा। उसकी आशा-आकांक्षा, खुशी मन, सफलता-विफलता, आलस्य और चौकंसी का लेखा जोखा।
(घ) कलिंग की ख्याति क्यों बढ़ी?
(କଳିଙ୍ଗ କୀ ଖ୍ୟାତି କ୍ୟା ବଢ଼ୀ ?)
उत्तर:
कलिंग के वीरों ने जानें दीं, जमीन नहीं दी । अपनी बीरता के कारण वे इतिहास में अपना एक स्वंतत्र ख्याति रख दिए।
(ङ) धउली के शिलालेख क्या कहते हैं?
(ଧଉଲୀ କେ ଶିଳାଲେଖ୍ କ୍ୟା କହତେ ହୈ ?)
उत्तर:
धउली के शिलालेख कलिंग वीरों का इतिहास कहते हैं। प्रचण्ड अशोक किस प्रकार धर्मशोक बन गया उसके बोर में कहते हैं।
(च) बक्सि जगबंधु आदि ने क्या किया?
(ବକ୍ସି ଜଗବନ୍ଧୁ ଆଦି ନେ କ୍ୟା କିୟା ?)
उत्तर:
बक्सी जगबंधु आदि ने अंग्रेजों को भी चैन से साँस लेने नहीं दिया।
(छ) कौन-सी मूर्तियाँ दुर्लभ हैं?
(କୌନ୍-ସୀ ମୂର୍ତ୍ତିୟାଁ ଦୁର୍ଲଭ୍ ହେଁ ?)
उत्तर:
ओड़िशा की भव्य और विशाल स्थापत्य की अनेक छोटे बड़े मंदिरों की विभिन्न चेष्टाओं और भंगिमाओं से मुग्ध करनेवाली मूर्तियाँ दुर्लभ हैं।
(ज) चिलिका की क्या खासियत है?
(ଚିଲିକା କୀ କ୍ୟା ଖାସିୟତ୍ ହୈ ?)
उत्तर:
चिलिका की खासियत यह है कि वह उत्कल – लक्ष्मी की विलास सरोवर है।
(झ) मधसूदन ने क्या किया?
(ମଧୁସୂଦନ୍ ନେ କ୍ୟା କିୟା ?)
उत्तर:
मधुसूदन ने उत्कल के सोए हुए सपूतों को जगाया और पुराने गौरव को याद करने को कहा।
(ञ) ओड़िशावासियों ने मधुसूदन की पुकार सुनकर क्या-क्या किया?
(ଓଡ଼ିଶାବାସିୟୌ ନେ ମଧୁସୂଦନ୍ କୀ ପୁକାର୍ ସୁନ୍କର୍ କ୍ୟା-କ୍ୟା କିୟା ?)
उत्तर:
ओड़िशावासियों ने मधुसूदन की पुकार सुनकर नव उत्कल निर्माण का बीड़ा उठाया।
(ନିମ୍ନଲିଖୂ ପ୍ରଶ୍ନୋ କେ ଉତ୍ତର୍ ଲଗ୍ଭଗ୍ ଦୋ-ତୀନ୍ ୱାର୍କୋ ମେଁ ଦୀଜିଏ : )
(ନିମ୍ନଲିଖତ ପ୍ରଶ୍ନଗୁଡ଼ିକର ଉତ୍ତର ପ୍ରାୟ ଦୁଇ-ତିନୋଟି ବାକ୍ୟରେ ଦିଅ : )
(क) नीर क्षीर का विवेका किसके पास है?
(ନୀର୍ କ୍ଷୀର୍ କା ୱିକ୍ କିସ୍ ପାସ୍ ହୈ ?)
उत्तर:
नीर क्षीर का विवेक हंस के पास है।
(ख) आज सुहाना मौसम है तो कल कैसा हो जाता है?
(ଆଜ୍ ସୁହାନା ମୌସମ୍ ହୈ ତୋ କଲ୍ କୈସା ହୋ ଜାତା ହୈ ?)
उत्तर:
आज सुहाना मौसम है तो कल डरावना हो जाता है।
(ग) आदमी के जीवन का इतिहास क्या है?
(ଆଦ୍ମୀ କେ ଜୀୱନ୍ କା ଇତିହାସ୍ କ୍ୟା ହୈ ?)
उत्तर:
आदमी के जीवन का इतिहास उसकी अदम्य जिज्ञासा है।
(घ) प्रदेश के इतिहास में क्या-क्या होता है ?
(ପ୍ରଦେଶ୍ କେ ଇତିହାସ୍ ମେଁ କ୍ୟା-କ୍ୟା ହୋତା ହୈ ?)
उत्तर:
आशा-आकांक्षा, खुशी-गम, सफलता-विफलता, आलस्य और चौकसी का लेखाजोखा प्रदेश के इतिहास में होता है।
(ङ) कलिंगवासी किसके नेतृत्व में लड़े?
(କଳିଙ୍ଗୱାସୀ କିସ୍ ନେତୃତ୍ୱ ମେଁ ଲଡ଼େ ?)
उत्तर:
कलिंगवासी सम्राट खारबेल के नेतृत्व में लड़े।
(च) अशोक ने कौन-सी नीति अपनाई।
(ଅଶୋକ୍ ନେ କୌନ୍ ସୀ ନୀତି ଅପନାଈ ?)
उत्तर:
अशोक ने मानव प्रेम और धर्म की नीति अपनाई।
(छ) खण्डगिरि की गुफाएँ किसका यशोगान करती हैं?
(ଖଣ୍ଡଗିରୀ କୀ ଗୁଫାଏଁ କିସ୍ ୟଶୋଗାନ୍ କରତୀ ହୈ ?)
उत्तर:
खण्डगिरी की गुफाएँ खारबेल का यशोगान करती है।
(ज) विदेशी पर्यटकों के लिए ये मंदिर कैसे हैं?
(ବିଦେଶୀ ପର୍ଯ୍ୟଟର୍କୋ କେ ଲିଏ ୟେ ମନ୍ଦିର୍ କୈସେ ହେଁ ?)
उत्तर:
विदेशी पर्यटकों के लिए ये मंदिर जादू के नमूने हैं।
(झ) यहाँ के साधव ( बनिये) नौकाओं में क्या भर-भर कर लौटते थे?
(ୟହାଁ କେ ସାଧ୍ୟ (ବନିୟେ) ନୌକାଓଁ ମେଁ କ୍ୟା ଭର୍-ଭର୍ କର୍ ଲୌଟତେ ଥେ ?)
उत्तर:
यहाँ के साधव नौकाओं में धन-रत्न भर-भरकर लौटते थे।
(ञ) स्वतन्त्र ओड़िशा प्रदेश कब बना?
(ସ୍ଵତନ୍ତ୍ର ଓଡ଼ିଶା ପ୍ରଦେଶ୍ କବ୍ ବନା?)
उत्तर:
स्वतंत्र ओड़िशा प्रदेश अप्रैल 1936 को बना।
(ट) देश के लिए आधुनिक रक्षा सामग्रियाँ कहाँ बनने लगीं?
(ଦେଶ୍ କେ ଲିଏ ଆଧୁନିକ୍ ରକ୍ଷା ସାମଗ୍ରିୟାଁ କହାଁ ବନନେ ଲର୍ଗୀ ?)
उत्तर:
देश के लिए आधुनिक रक्षा सामग्रियाँ चाँदीपुर और बड़माल में बनने लगीं।
(ठ) लोहे का उत्पादन कहाँ होने लगा?
(ଲୋହେ କା ଉତ୍ପାଦନ୍ କହାଁ ହୋନେ ଲଗା ?)
उत्तर:
लोहे का उत्पादन राउरकेला में होने लगा।
1. इन मुहावरों के अर्थ समझिए :
(ଇନ୍ ମୁହାୱର୍ରୋ କେ ଅର୍ଥ ସମଝିଏ : )
(ଏହି ରୂଢ଼ିଗୁଡ଼ିକର ଅର୍ଥ ଲେଖ : )
दाँत खट्टे करन
दिल दहलना
जान की बाजी लगाना
धावा बोलना
दिल भर आना
दाने दाने का मोहताज
उत्तर:
दाँत खट्टे करना – परास्त करना
दिल दहलना – कलेजा काँपना
जान की बाजी लगाना – जी तोड़ कोशिश करना
धावा बोलना – हमला करना
दिल भर आना – करुणा से द्रवित हो जानाअत्यंत दरिद्र होना
दाने दाने का मोहताज – कोई काम करने का भार लेना
2. ऐसे शब्द बनाइए :
(ଐସେ ଶବ୍ଦ ବନାଇଏ : )
(ଏହିପରି ଶବ୍ଦ ଗଠନ କର : )
सिंचाई, चढ़ाई, खिंचाई, बड़ाई, कमाई
3. विलोम शब्द लिखिए:
(ୱିଲୋମ୍ ଶବ୍ଦ ଲିଖିଏ : )
(ବିଲୋମ ଶବ୍ଦ ଲେଖ : )
स्थावर …………….
जड़ ………………..
गुण ………………..
सर्दी ……………….
खुशी ………………
सुख ……………….
अँधेरा …………….
बढ़िया ……………
अहिंसा ……………..
खुशहाली ……………
उत्थान …………….
वीर ………………..
उत्तर:
स्थावर – अस्थावर
जड़ – चेतन
गुण – अवगुण
सर्दी गरमी
खुशी – गम/दु:खी
सुख – दु:ख
अँधेरा – उजाला
खुशहाली – बदहाली
उत्थान – पतन
बढ़िया – घटिया
वीर – कायर
युद्ध – शांति
अहिंसा – हिंसा
सजीव – निर्जीव
बड़ा – छोटा
4. पर्यायवाची शब्द जानिये :
(ପର୍ଯ୍ୟାୟୱାଚୀ ଶବ୍ଦ ଜାନିୟେ : )
(ପର୍ଯ୍ୟାୟବାଚୀ ଶବ୍ଦ ଜାଣି : )
आदमी – मनुष्य, मानव
मौसम – ऋतु
प्राण – जान, जीवन
पन्ना – पृष्ठ
युद्ध – लड़ाई, जंग
अमूल्य – अनमोल, बहुमूल्य
जरिये – माध्यम से
द्वीप – टापू
प्रांत – प्रदेश, राज्य
पेशा – धंधा, जीविका, काम
नाव – नौका, नैया
किस्मत – भाग्य, तकदीर
5. निम्न शब्दों के लिंग बताइए :
(ନିମ୍ନ ଶର୍ଡୋ କେ ଲିଙ୍ଗ୍ ବତାଲଏ : )
(ନିମ୍ନ ଶବ୍ଦଗୁଡ଼ିକର ଲିଙ୍ଗ ପରିବର୍ତ୍ତନ କର)।
संसार, पहाड़, नदी, पौधा, विवेक, दूध, पानी, गर्मी, सर्दी,, फसल, अनाज, दु:ख, दर्द, सूखा, अकाल, खुशहाली, चाँदनी, खुशी, गम, अमीरी, गरीबी, जीवन, जिन्दगी, सुहाना, अँधेरी, रात, दिन, मुकाबला, पन्ना, प्राण, जान, दीपक, इतिहास, सामाज्य, आजादी, बिजली, कारखाना, शिक्षा, नाम
उत्तर:
पुलिंग: संसार, विवेक, पानी, अनाज, सर्दी, अकाल, गम, पहाड़, पौधा, दूध, दु:ख, सूखा, जीवन, दिन, पन्ना, इतिहास, कारखाना, नाम, सुहाना, मुकाबला, प्राण, दीपक, सामाज्य.
स्रीलिंग: नदी, दर्द, सर्दी, चाँदनी, गरीबी, गर्मी, फसल, खुशहाली, खुशी, अमीरी, जिन्दगी, अँधेरी, जान, आजादी, बिजली, शिक्षा
6. निम्न शब्दों के वचन बदलिए :
(ନିମ୍ନ ଶବ୍ଦା କେ ଚନ୍ ବଦଲିଏ : )
(ନିମ୍ନ ଶବ୍ଦଗୁଡ଼ିକର ବଚନ ପରିବର୍ତ୍ତନ କର ।)
नदियाँ, झरने, पौधे, पन्ने, बड़े, मुकाबला, जान, धारा, हाथी, घोड़ा, मूर्तियाँ, सुई, वस्तु, नाव, जहाज, दाना, बहन, भाई, देशवासी; सुविधा, कंपनी, चुनौती
उत्तर:
नदियाँ – नदी
पौधे – पौधा
बड़े – बड़ा
जान – जानें
हाथी – हाथी
मूर्तियाँ – मूर्ति
वस्तु – वस्तुएँ
जहाज – जहाज
बहन – बहनें
देशवासी – देशवासी
कंपनी – कंपनियाँ
झरने – झरना
पन्ने – पन्ना
मुकाबला – मुकाबले
धारा – धाराएँ
घोड़ा – घोड़े
सुई – सुइयाँ
नाव – नावें
दाना – दाने
भाई – भाई
सुविधा – सुविधाएँ
चुनौती – चुनौतियाँ
7. कोष्ठक में से सही क्रियापद चुनकर वाक्यों को पूरा कीजिए :
(କୋଷ୍ଠକ୍ ମେଁ ସେ ସହୀ କ୍ରିୟାପଦ୍ ଚୁକ୍କର୍ ୱର୍କୋ କୋ ପୂରା କୀଜିଏ : )
(ବନ୍ଧନୀ ମଧ୍ୟରୁ ଠିକ୍ କ୍ରିୟାପଦ ବାଛିକରି ବାକ୍ୟଗୁଡ଼ିକୁ ପୂରଣ କର ।)
(क) कलकल करके नदियाँ …………………. । (बह रहा है, बहती हैं, खड़ी हैं, चलती हैं)
उत्तर:
बहती हैं
(ख) हंस ने दूध ………………… (पिया, पी, पी लिये, पीएगा)
उत्तर:
पिया
(ग) कलिंगवासियों ने जानें ……………………………. पर जमीन नहीं । (दी, दी, दिया, दिये)
उत्तर:
दीं, दी
(घ) अशोक ने युद्ध छोड़ शांति की नीति………………….. (अपनाया, अपनायी, अपनाये, अपनायी)
उत्तर:
अपनायी
(ङ) लोगों ने प्राण ……………………… । (दिये, दिया, दी, दीं)
उत्तर:
दिये
(च) मधुसूदन ने इतिहास ……………………… । (पढ़ा, पढ़े, पढ़ी, पढ़ीं)
उत्तर:
पढ़ा
(छ) अशोक ने वीरत्व की कहानी ………………………. । (सुना, सुनी, सुनीं, सुने)
उत्तर:
सुनी
(ज) पूर्वजों ने साम्राज्य ……………………. । (बनाया, बनाये)
उत्तर:
बनाया
8. पाठ में से ऐसे वाक्यांश ढूँढ निकालिए :
(ପାଠ୍ ମେଁ ସେ ଐସେ ୱର୍ଯ୍ୟାଶ ପୁଂଢ଼ ନିକାଲିଏ : )
(ପାଠ ମଧ୍ୟରୁ ଏହିପରି ବାକ୍ୟାଶ ଖୋଜି ବାହାର କର : )
अच्छी शिक्षा मिली।
इस्पात कारखाना बसा।
प्रगति में तेजी आयी।
उत्तर:
विद्यार्थी शिक्षक की मदद लेकर कोशिश करें।
9. पाठ में से कुछ क्रिया पदों को छाँटकर उनके तीनों कालों के रूप लिखिए।
(ପାଠ୍ ମେଁ ସେ କୁଛ୍ କ୍ରିୟା ପଦୌ କୋ ନାଁଟକର୍ ଉକେ ତିନୌ କାରର୍ଡୋ କେ ରୂପ୍ ଲିଖିଏ : )
(ପାଠ ମଧ୍ୟରୁ କିଛି କ୍ରୟା ପଦକୁ ବାଛିକରି ସେଗୁଡ଼ିକର ତିନୋଟି ରୂପ ଲେଖ: )
वर्तमान | भूत बहा | भविष्य |
बहती | झरा | बहेगा |
झरते | लिया | झरेगा |
लेता | रहा | लेगा |
रहता | लड़ा | रहेगा |
लड़ता | रचा | लड़ेगा |
रचती | दिया | रचेगा |
देता | गया | देगा |
जाता | भूत बहा | जाएगा |
10. पाठ में से सकर्मक और अकर्मक क्रियाओं को छाँटिए।
(ପାଠ୍ ମେଁ ସେ ସକର୍ମକ୍ ଅକର୍ମକ୍ କ୍ରିୟାଓଁ କୋ ଛାଟିଏଁ ।)
(ପାଠ ମଧ୍ଯରୁ ସକର୍ମକ ଓ ଅକର୍ମକ କ୍ରିୟା ବାଛି କରି ଲେଖ ।)
उत्तर:
सकर्मक -चुनना, छोड़ना, मिलना, कहना, पीना, चाहना, रचना, करना, देना, देखना, सुनना। अकर्मक – बहना, जाना, उड़ना, डरना, होना, रहना, गरजना, जाना, डरना, लड़ना, सहना, चलना, घबराना, बढ़ना, लौटना, जलना, बुझना, टूटना, उठना।
11. इन क्रियाओं के प्रेरणार्थक रूप लिखिए:
(ଇନ୍ କ୍ରିୟାଓଁ କେ ପ୍ରେରଣାର୍ଥକ୍ ରୂପ୍ ଲିଖିଏ : )
(ଏହି କ୍ରିୟାଗୁଡ଼ିକର ପ୍ରେରଣାର୍ଥକ ରୂପ ଲେଖ : )
डरना, बहना, पढ़ना, बनना, करना, मानना
उत्तर:
डरना – डराना/डरवाना
बहना – बहाना/बहवाना
पढ़ना – पढ़ाना/पढ़वाना
करना – कराना / करवाना
बनना – बनाना/बनवाना
मानना – मनाना/मनवाना
12. एस शब्द बनाइए:
(ଐସେ ଶବ୍ଦ ବନାଇଏ : )
(ଏହିପରି ଶବ୍ଦ ଗଠନ କର : )
सुहावना –
गौरवशाली –
तरंगमाल –
जिजीविषा –
उत्तर:
सुहावना – डरावना
तरंगमाल – फुलमाला
गौरवशाली – भाग्यशाली
जिजीविषा – जिजासा